जी हाँ ये जुमला किसके लिये है ये तो आप समझ ही गये होंगे, ये हैं दुनिया के प्रख्यात अर्थशाष्त्री और हमारे भूतपूर्व प्रधानमंत्री जिनके हाँथ उठे तो हमेशा गुलामी के लिये ।
एक खास परिवार की गुलामी करते करते जिस शख्स ने अपनी पूरी जिंदगी गुजार दी आज वो पीम मोदी के नोट बंदी के फैसले को गरीबो का विनाश बता रहा है । गुलामी की सारी हदें पार करने वाला आखिर ये मनमोहन कौन है जो कुछ दिन पहले संसद में बड़ी बड़ी बाते कर रहा था इसका इतिहास क्या है इसने किया क्या है देश के लिये, अखिर कौन देगा इसका हिसाब, इसको कोइबशर्म है की नहीं । मनमोहन 1990 के जमाने में वित्तमंत्री था मनमोहन की बुद्धि ने भारत में इकोनामिक लिबरेलिस्म लागू किया, भारत मैन्युफैक्चरिंग में कमजोर था, चीन भारत में घुस गया और आज भारत में लगभग हर चीज में चीन अंदर तक घुस चुका है । आज भारत में लगभग हर चीज चीन से जुडी है । चीन आज भारत को अंदर से खोखला कर रहा है , इसका जिम्मेवार कौन है । मनमोहन सिंह भारत का प्रधानमंत्री उस वक्त बना जब भारत की GDP 8.4% थी मनमोहन सिंह 2014 में गया उस वक्त भारत की GDP 4.8% थी । ये कौन सा अर्थशास्त्री है जिसने देश की GDP को आधा कर दिया । 10 साल मनमोहन प्रधानमंत्री रहा और अपने को सेक्युलर कहता रहा और ब्यान देता रहा की "देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानो का है" अब ये बयान इसने किस बुद्धि से दिया है क्योंकि इस्लाम तो विदेशी मजहब है किस हक से इसने मुसलमानो को इस देश का मालिक बता दिया । मनमोहन 10 साल प्रधान मंत्री क्याबथ एक विदेशी महिला का गुलाम था, गुलामी भी ऐसी के दिन रात विदेशी महिला के सामने हाँथ जोड़े खड़ा रहता था देश की गरिमा को दिन रात मिटटी में मिलाता था । इसकी सरकार में लाखो करोडो के घोटाले होते रहे लेकिन इसीके कान में एक जूं तक ना रंगी । और आज ये मनमोहन सिंह देश की संसद में भ्रस्टाचार, कालेधन और अर्थशास्त्र पर लेक्चर दे रहा है जो अपने आप में शर्म नाक है ।
1 Comment
|